Ahmedabad Plane Crash: भगवद्गीता रही सलामत, मौत से कांपा देश, जानिए अभीतक का हाल

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को जो भयानक विमान हादसा हुआ, उसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर उड़ान भरने के ठीक 35 सेकंड बाद ही क्रैश हो गया, जिसमें 265 लोगों की मौत हो गई। लेकिन इसी जलते हुए मलबे में एक अद्भुत दृश्य ने सबका ध्यान खींचा — भगवद्गीता की एक प्रति पूरी तरह सुरक्षित मिली।

लिव-इन में रह रही नाबालिग का मिसकैरेज, हुआ रेप केस दर्ज

रेस्क्यू टीम के एक सदस्य ने बताया कि यह दृश्य किसी चमत्कार से कम नहीं था — जब स्टील पिघल चुका था, इंसानी शरीर झुलस चुके थे, तब भी यह धार्मिक ग्रंथ बिना आंच के सुरक्षित मिला।

मौत का मंजर: कैसे हुआ हादसा

लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी। लेकिन कुछ ही सेकंड में यह मेघाणी नगर इलाके के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

इस भयावह हादसे में कॉलेज के छात्र, कर्मचारी और सभी 10 क्रू मेंबर मारे गए। विमान में सवार केवल एक शख्स – विश्वास कुमार – ही जिंदा बचे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।

शवों की पहचान के लिए DNA जांच

शव इतने बुरी तरह झुलस गए हैं कि उनकी पहचान केवल DNA सैंपलिंग से ही संभव हो पा रही है। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में तेज़ी से DNA कलेक्शन का कार्य चल रहा है।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आगरा निवासी एक दंपत्ति, वडोदरा के छात्र, केरल की एक नर्स और दर्जनों बच्चों सहित कई राज्यों से लोग इस हादसे में मारे गए हैं।

ब्लैक बॉक्स और डीवीआर खोलेगा क्रैश का राज

फिलहाल क्रैश के कारणों की पुख्ता जानकारी नहीं दी गई है। गुजरात ATS ने विमान के मलबे से एक DVR बरामद किया है, जबकि ब्लैक बॉक्स की तलाश अभी जारी है।

ब्लैक बॉक्स की मदद से यह पता लगाया जाएगा कि क्या तकनीकी गड़बड़ी, इंजन फेल्योर, फ्लैप खराबी, या बर्ड हिट जैसी वजहें इस हादसे की जड़ थीं।

चमत्कारी बचाव: 10 मिनट ने बचा ली जान

ब्रिटेन की भूमि चौहान इस फ्लाइट से लंदन जाने वाली थीं। ट्रैफिक में फंसने के कारण वह फ्लाइट सिर्फ 10 मिनट से चूक गईं। भूमि ने कहा, “मैं मां भगवती को धन्यवाद देती हूं… मैं उस मौत से बाल-बाल बची हूं।”

पायलट, लेकिन काबिल भी

क्रैश में मृत पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल को उनके साथियों ने बेहद अनुभवी और प्रोफेशनल बताया। एक चश्मदीद ने बताया कि “प्लेन सीधा रिहायशी इलाके की ओर आ रहा था, लेकिन पायलट ने आखिरी सांस तक प्रयास किया कि वह लोगों की जान बचा सके।”

देशभर में शोक की लहर, पीएम मोदी का दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रैश स्थल का निरीक्षण किया, बचाव कार्य की समीक्षा की और इकलौते बचे यात्री विश्वास कुमार से मुलाकात की। उन्होंने हादसे पर शोक जताते हुए कहा, “पूरे देश को इन मृतकों के परिवारों के साथ खड़ा रहना होगा।”

विदेशों से भी संवेदना, जांच शुरू

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कनाडा, यूके, पुर्तगाल और अन्य देशों के नेताओं को धन्यवाद दिया जिन्होंने संवेदना जताई। AAIB ने जांच शुरू कर दी है, जो ICAO के अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत होगी।

सिर्फ गीता नहीं, चेतावनी भी है यह हादसा

अहमदाबाद प्लेन क्रैश न सिर्फ तकनीकी सवाल खड़े करता है, बल्कि एक बार फिर यह याद दिलाता है कि मानव जीवन कितना अनिश्चित है। भगवद्गीता का सलामत रहना एक संकेत की तरह है — कि आस्था, चेतावनी और सुधार तीनों की आवश्यकता है।

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